Kalsarp yoga
Kalsarp yoga i.e. all the seven planets between Rahu and Ketu axis, is also mentioned troublesome for one’s life as equivalent to Manglik dosha. It may create health and wealth problems in life and increase one’s anxieties. We have to see the actual position of other planets too and especially their placements, aspects and combinations with planet Rahu in the houses/signs of one’s birth chart. It is also cancellable in several cases. If it is cancelled, there would be no problem. Hence one should not be scared of it.
अनुकूलन के उपाय (कालसर्प योग)
•श्रावण के महीने में प्रतिदिन स्नानोपरांत 101 माला 'ॐ नम: शिवाय' मंत्रा का जप करने के उपरांत शिवजी को बेलपत्रा व गाय का दूध तथा गंगाजल चढ़ाएं तथा सोमवार का व्रत करें।
हनुमान चालीसा का 108 बार पाठ करें।
श्रावण मास में 30 दिनों तक महादेव का अभिषेक करें।
•शुभ मुहूर्त में बहते पानी में कोयला 8 बार प्रवाहित करें
•किसी शुभ मुहूर्त में 11 नारियल अपने ऊपर से सात बार उतारकर सात बुधवार को गंगा या यमुना जी में प्रवाहित करें।
•सवा 12 महीने जौ के दाने पक्षियों को खिलाएं।
•नित्य प्रति हनुमान चालीसा पढ़ें और भोजनालय में बैठकर भोजन करें।
•शुभ मुहूर्त में मुख्य द्वार पर चांदी का स्वस्तिक एवं दोनों ओर धातु से मिर्मित नाग चिपका दें।
•शयन कक्ष में लाल रंग के पर्दे, चादर तथा तकियों का उपयोग करें।
Kalsarp yoga i.e. all the seven planets between Rahu and Ketu axis, is also mentioned troublesome for one’s life as equivalent to Manglik dosha. It may create health and wealth problems in life and increase one’s anxieties. We have to see the actual position of other planets too and especially their placements, aspects and combinations with planet Rahu in the houses/signs of one’s birth chart. It is also cancellable in several cases. If it is cancelled, there would be no problem. Hence one should not be scared of it.
अनुकूलन के उपाय (कालसर्प योग)
•श्रावण के महीने में प्रतिदिन स्नानोपरांत 101 माला 'ॐ नम: शिवाय' मंत्रा का जप करने के उपरांत शिवजी को बेलपत्रा व गाय का दूध तथा गंगाजल चढ़ाएं तथा सोमवार का व्रत करें।
हनुमान चालीसा का 108 बार पाठ करें।
श्रावण मास में 30 दिनों तक महादेव का अभिषेक करें।
•शुभ मुहूर्त में बहते पानी में कोयला 8 बार प्रवाहित करें
•किसी शुभ मुहूर्त में 11 नारियल अपने ऊपर से सात बार उतारकर सात बुधवार को गंगा या यमुना जी में प्रवाहित करें।
•सवा 12 महीने जौ के दाने पक्षियों को खिलाएं।
•नित्य प्रति हनुमान चालीसा पढ़ें और भोजनालय में बैठकर भोजन करें।
•शुभ मुहूर्त में मुख्य द्वार पर चांदी का स्वस्तिक एवं दोनों ओर धातु से मिर्मित नाग चिपका दें।
•शयन कक्ष में लाल रंग के पर्दे, चादर तथा तकियों का उपयोग करें।